Menu
blogid : 25176 postid : 1334834

सौगात-बेनाम कोहड़ा बाज़ारी

बेनाम कोहड़ाबाज़ारी उवाच
बेनाम कोहड़ाबाज़ारी उवाच
  • 175 Posts
  • 2 Comments

ये क्या अदा की तूने, दर्द की सौगात,
मैंने तो बस यूँ ही, तेरा राजे दिल चाहा था।

बेनाम कोहड़ा बाज़ारी
उर्फ़
अजय अमिताभ सुमन

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh