Menu
blogid : 25176 postid : 1334799

दर्द की दास्तान-बेनाम कोहड़ा बाज़ारी

बेनाम कोहड़ाबाज़ारी उवाच
बेनाम कोहड़ाबाज़ारी उवाच
  • 175 Posts
  • 2 Comments

वक़्त के मिजाज पे हालात बिठा देता हूँ,
इस तरह दर्द को ” बेनाम” भुला देता हूँ।

बेनाम कोहड़ा बाज़ारी
उर्फ़
अजय अमिताभ सुमन

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh